प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार ने मेधावी छात्रों को वित्तीय सहायता प्रदान करने के लिए प्रधानमंत्री विद्या लक्ष्मी योजना 2024 को मंजूरी दी है। इस योजना के अंतर्गत, योग्य छात्रों को बैंकों और वित्तीय संस्थानों से संपार्श्विक-मुक्त और गारंटर-मुक्त शिक्षा ऋण उपलब्ध कराया जाएगा, जिससे वे गुणवत्तापूर्ण उच्च शिक्षा के अवसरों का लाभ उठा सकें।

अश्विनी वैष्णव ने कहा, “कैबिनेट ने पीएम विद्यालक्ष्मी योजना को मंजूरी दे दी है, जो एक नई केंद्रीय योजना है। इसका उद्देश्य मेधावी छात्रों को आर्थिक मदद प्रदान करना है, ताकि कोई भी छात्र आर्थिक कठिनाइयों के कारण उच्च शिक्षा से वंचित न रह जाए।”

योजना की विशेषताएं

इस योजना का उद्देश्य है कि कोई भी मेधावी छात्र वित्तीय कारणों से उच्च शिक्षा से वंचित न रहे। केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कैबिनेट मीटिंग के बाद इस योजना की घोषणा करते हुए बताया कि योजना के तहत छात्रों को 10 लाख रुपये तक का ऋण 3% की ब्याज दर पर मिलेगा, जो उनकी ट्यूशन फीस और अन्य शैक्षिक खर्चों को कवर करेगा। यह ऋण बिना किसी जमानत,गारंटर-मुक्त के उपलब्ध होगा, जिससे छात्रों को बैंकों से अधिकतम सहयोग मिल सकेगा।

हर वर्ष 22 लाख छात्रों को लाभ

इस योजना का लाभ देश के शीर्ष 860 गुणवत्तापूर्ण उच्च शिक्षण संस्थानों में प्रवेश पाने वाले छात्रों को मिलेगा। इस योजना से हर साल 22 लाख से अधिक छात्रों को लाभान्वित करने का लक्ष्य रखा गया है। छात्रों के लिए 7.5 लाख रुपये तक के ऋण पर भारत सरकार द्वारा 75% क्रेडिट गारंटी दी जाएगी, ताकि बैंकों के लिए ऋण देने की प्रक्रिया में सुविधा हो सके। इसके साथ ही 8 लाख रुपये तक की वार्षिक पारिवारिक आय वाले छात्रों को अधिस्थगन अवधि के दौरान 3% ब्याज छूट भी प्रदान की जाएगी।

योजना का उद्देश्य और आवेदन प्रक्रिया

केंद्रीय मंत्री ने स्पष्ट किया कि योजना का उद्देश्य शिक्षा में समान अवसरों का विस्तार करना है ताकि योग्य छात्र आर्थिक कारणों से शिक्षा से वंचित न रहें। 2024-25 से 2030-31 के दौरान सरकार ने इस योजना के लिए 3,600 करोड़ रुपये का बजट निर्धारित किया है, जिससे 7 लाख नए छात्रों को हर साल इस योजना के तहत लाभ मिल सकेगा। इस योजना के लिए आवेदन प्रक्रिया सरल है; छात्र “पीएम-विद्यालक्ष्मी” के एकीकृत पोर्टल पर जाकर ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं और ब्याज छूट के लिए अनुरोध प्रस्तुत कर सकते हैं।

अन्य लाभ और वैश्विक सहयोग

केंद्रीय सरकार के इस कदम की सराहना देशभर में हो रही है, क्योंकि इससे छात्रों को उच्च शिक्षा का मार्ग प्रशस्त होता है। यह योजना विशेष रूप से उन मेधावी छात्रों को ध्यान में रखते हुए बनाई गई है जो योग्य होने के बावजूद वित्तीय कारणों से उच्च शिक्षा तक नहीं पहुंच पाते।

प्रधानमंत्री विद्या लक्ष्मी योजना न केवल शिक्षा में समानता को प्रोत्साहित करती है, बल्कि यह उच्च शिक्षा के क्षेत्र में भारत की प्रगति और समृद्धि की दिशा में एक मजबूत कदम है।