हाल ही में भारत में HMPV (ह्यूमन मेटान्यूमोवायरस) के मामलों में वृद्धि देखी जा रही है, विशेषकर छोटे बच्चों में। कर्नाटक में 8 महीने और 3 महीने के दो बच्चों के संक्रमित होने के बाद, गुजरात के अहमदाबाद में 2 महीने के बच्चे में भी एचएमपीवी इस वायरस का संक्रमण पाया गया। जिससे लोगों में चिंता बढ़ गई है। चलिए जानते हैं क्या हैं इसके लक्षण और कैसे कर सकते हैं इससे बचाव।
HMPV वायरस क्या है?
HMPV एक RNA वायरस है जो पैरामाइक्सोविरिडे परिवार का सदस्य है। यह मुख्य रूप से श्वसन तंत्र को प्रभावित करता है और सर्दी जैसे लक्षण उत्पन्न करता है, जैसे खांसी, गले में खराश, नाक बहना या बंद होना। यह वायरस ठंड के मौसम में अधिक सक्रिय होता है और बच्चों, बुजुर्गों और कमजोर प्रतिरक्षा प्रणाली वाले व्यक्तियों के लिए विशेष रूप से खतरनाक हो सकता है।
HMPV कैसे फैलता है?
- वायरल ड्रॉपलेट्स: संक्रमित व्यक्ति की खांसी या छींक से निकलने वाले सूक्ष्म कणों के माध्यम से।
- संपर्क: दूषित सतहों या वस्तुओं को छूने के बाद मुंह, नाक या आंखों को छूने से।
- सामाजिक संपर्क: संक्रमित व्यक्ति के साथ निकट संपर्क, जैसे गले मिलना या हाथ मिलाना।
HMPV के लक्षण क्या हैं?
- खांसी
- बुखार
- गले में खराश
- नाक बहना या बंद होना
- सांस लेने में तकलीफ (गंभीर मामलों में)
कुछ मामलों में, यह वायरस निमोनिया या ब्रोंकाइटिस जैसी गंभीर श्वसन समस्याओं का कारण बन सकता है।
HMPV किसके लिए खतरनाक है?
- बच्चे: विशेषकर 6-12 महीने के आयु वर्ग के शिशु।
- बुजुर्ग: 65 वर्ष और उससे अधिक आयु के व्यक्ति।
- कमजोर प्रतिरक्षा प्रणाली वाले लोग: जैसे HIV संक्रमित व्यक्ति, कैंसर रोगी, या अन्य प्रतिरक्षा प्रणाली से संबंधित समस्याओं वाले लोग।
- फेफड़ों की बीमारियों से पीड़ित लोग: जैसे अस्थमा या क्रॉनिक ऑब्सट्रक्टिव पल्मोनरी डिजीज (COPD) के मरीज।
HMPV संक्रमण से कैसे बचे ?
- हाथों की स्वच्छता: साबुन और पानी से कम से कम 20 सेकंड तक हाथ धोएं।
- मास्क का उपयोग: भीड़-भाड़ वाले स्थानों पर मास्क पहनें, खासकर जब श्वसन लक्षण वाले लोग आसपास हों।
- सामाजिक दूरी: संक्रमित व्यक्तियों से कम से कम 6 फीट की दूरी बनाए रखें।
- सतहों की सफाई: नियमित रूप से बार-बार छुई जाने वाली सतहों को नियमित रूप से साफ रखे।
- स्वास्थ्य की निगरानी: यदि सामान्य भी लक्षण हों, तो चिकित्सक से परामर्श लें और घर पर रहे और आराम करें ताकि इंफेक्शन न फैले.