भारतीय क्रिकेट टीम ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पर्थ में खेले गए पहले टेस्ट मैच में शानदार प्रदर्शन करते हुए 295 रनों से ऐतिहासिक जीत दर्ज की। जसप्रीत बुमराह की कप्तानी में भारत ने पर्थ के मैदान पर 16 साल बाद टेस्ट मैच जीता। पर्थ के मैदान पर भारत ने 16 साल बाद टेस्ट मैच में जीत दर्ज की। पिछली बार 2008 में अनिल कुंबले की कप्तानी में टीम ने यहां ऑस्ट्रेलिया को हराया था। यह मैच पर्थ के ऑप्टस स्टेडियम में खेला गया। यह जीत न केवल टीम इंडिया की ऑस्ट्रेलिया में बेहतर प्रदर्शन की कहानी कहती है, बल्कि आगामी मैचों के लिए आत्मविश्वास का संचार भी करती है।
जीत की शुरुआत: पहले दिन का संघर्ष
पर्थ के मैदान पर खेले जा रहे इस मुकाबले में भारतीय टीम ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का फैसला किया। हालांकि, पहली पारी में टीम मात्र 150 रन पर सिमट गई। ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाजों ने तेज और सटीक गेंदबाजी करते हुए भारतीय बल्लेबाजों को टिकने का मौका नहीं दिया। लेकिन इसके बाद भारतीय गेंदबाजों ने जबरदस्त वापसी की और ऑस्ट्रेलिया को पहली पारी में मात्र 104 रन पर ढेर कर दिया।
यशस्वी जायसवाल का जलवा
दूसरी पारी में युवा बल्लेबाज यशस्वी जायसवाल ने 161 रनों की यादगार पारी खेली। यह पारी उनके आत्मविश्वास और काबिलियत का प्रमाण थी। यशस्वी ने ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाजों का सामना करते हुए शानदार स्ट्रोक खेले और पूरी पारी को संभाला।
विराट कोहली की क्लासिक बल्लेबाजी
भारतीय पारी को मजबूत बनाने का जिम्मा कप्तान विराट कोहली ने संभाला। उन्होंने नाबाद 100 रनों की पारी खेली और ऑस्ट्रेलिया में अपनी बल्लेबाजी का जलवा एक बार फिर दिखाया। कोहली ने ऑस्ट्रेलियाई परिस्थितियों में बल्लेबाजी करते हुए अपनी तकनीक और अनुभव का बेहतरीन प्रदर्शन किया।
जसप्रीत बुमराह: कप्तानी और प्रदर्शन
कप्तान जसप्रीत बुमराह ने न केवल गेंदबाजी में शानदार प्रदर्शन किया, बल्कि नेतृत्व में भी टीम का आत्मविश्वास बढ़ाया। रोहित शर्मा की गैरमौजूदगी में बुमराह ने टीम को मुश्किल परिस्थितियों में संभाला और मैच को भारत के पक्ष में मोड़ दिया। उन्हें “प्लेयर ऑफ द मैच” मैच चुना गया।
गेंदबाजों का अद्भुत प्रदर्शन
भारतीय गेंदबाजी आक्रमण की अगुवाई जसप्रीत बुमराह ने की। उन्होंने दोनों पारियों में ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाजों को टिकने का मौका नहीं दिया। मोहम्मद सिराज ने भी शानदार प्रदर्शन करते हुए महत्वपूर्ण विकेट चटकाए। पहली पारी में ऑस्ट्रेलियाई टीम केवल 104 रन ही बना सकी। दूसरी पारी में भी भारतीय गेंदबाजों ने दमदार प्रदर्शन करते हुए ऑस्ट्रेलियाई टीम को जल्द समेट दिया।